बिजली निगम सीकर वृत्त के एसई एनएस गढ़वाल, एसई प्रोजेक्ट पारस जैन ने भूमिगत केबल लाइन में घटिया सामग्री उपयोग व गड़बड़ियों को लेकर समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की है।
18 अगस्त 2019 को एसई पद पर ज्वाॅइन करने के बाद भी उन्होंने सुरेंद्रा इलेक्ट्रिकल कंपनी लि. की ओर से की जा रही घटिया उपकरण व निम्न क्वालिटी के कार्य के लिए डिस्काॅम अधिकारियों को अवगत नहीं करवाया। नहीं तो अब तक ठेका कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने के साथ ही उसका भुगतान रोक दिया जाता।
ठेका कंपनी ने सिर्फ तय जगह पर मशीनें लाकर सिर्फ केबलें डालकर और बॉक्स लगाकर कार्य की इतिश्री कर ली। यदि अधिकारी लगातार ठेका कंपनी की शिकायत करते तो अभी तब इसे ब्लैक लिस्टेड किया जा सकता था, लेकिन मिलीभगत के चलते किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सीकर वृत्त के सीकर शहर, लक्ष्मणगढ़ व फतेहपुर में भूमिगत केबल लाइन का कार्य किया गया है। गत एक साल में इन क्षेत्रों में 15 एसटी किटों में फाल्ट और करीब 100 आउटडोर किट फाल्ट हुए हैं। ऐसे में निगम को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
जबकि एसई एनएस गढ़वाल ने सिर्फ 4.72 लाख रुपए काटने को लेकर ही डिस्कॉम को पत्र लिखा है। वहीं बिजली निगम के जेईएन, तकनीकी कार्मिकों ने रातों भागदौड़ कर ये फाल्ट जोड़े हैं। उपभोक्ताओं को भीषण गर्मी में भी बिजली नहीं मिल पाई।
एसई गढ़वाल ने पद संभालने के बाद भी अधिकारियों को ठेका कंपनी की गड़बड़ियों से अवगत नहीं कराया
भूमिगत केबल लाइनों में आए दिन फाल्ट आने के चलते शहर के हजारों उपभोक्ताओं की गत एक साल से तीन से पांच घंटे तक बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। क्या इसके लिए एसई गढ़वाल जिम्मेदार नहीं हैं।
भूमिगत कार्य की मॉनिटरिंग करने के साथ ही केबल लाइन डालने के उचित मार्गदर्शन और शहर के किस हिस्से में केबल लाइन का कार्य बढ़ाया जाए या कम किया इसके लिए वे सुझाव दे सकते हैं लेकिन उन्होंने फिर भी इस कार्य की अनदेखी की। इसी का परिणाम है कि टेंडर की तय समयावधि मार्च-2020 पूरी होने के 5 माह बाद भी कार्य अधूरा पड़ा है।
कार्यभार संभालने के उपरांत उन्होंने डिस्कॉम के अधिकारियों को आए दिन हो रही गड़बड़ियों के बारे में अवगत नहीं करवाया है। डिस्कॉम के आला अधिकारियों, चीफ इंजीनियर प्रोजेक्ट सहित अन्य अधिकारियों ने सीकर शहर में चल रहे भूमिगत केबल लाइन की देखरेख व दौरे तक नहीं किए हैं।
करीब 10 माह की देरी से किया कार्य शुरू : सुरेंद्रा इलेक्ट्रिकल कंपनी लि. ने भूमिगत केबल लाइन (आईपीडीएस) का टेंडर मिलने के बाद करीब 10 माह तक निर्माण कार्य ही शुरू नहीं किया था। इसके चलते भी भूमिगत कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
बिजली बॉक्स को कंक्रीट के फाउंडेशन में नहीं भरा
नवलगढ़ रोड, फतेहपुर रोड व पिपराली रोड पर कई जगह भूमिगत केबल लाइनों की ट्रांसफार्मर अभी तक नहीं लगाए गए हैं। पिपराली रोड पर कई जगह बिजली के बॉक्स के फर्मे नहीं बनाकर उन्हें ऐसे ही खड़ा कर दिया है।
ऐसे में ये बॉक्स किसी पर गिरे तो बड़ा हादसा हो सकता है। यहां लगाए गए बॉक्सेज को लगाने से पहले ही कंक्रीट निकलने लगी है। पिलर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जगह-जगह इनमें दरारें चल रही हैं।
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https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/news/se-and-project-xen-could-have-got-black-list-if-they-complained-127670269.html